मनमोहन सिंह की स्मृति स्थल पर बनेगा स्मारक, परिवार ने दी सहमति
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के परिवार ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर उनके स्मारक निर्माण के लिए सहमति दे दी है। परिवार के एक सदस्य ने को बताया कि दिल्ली के राजघाट के पास स्थित इस भूमि का दौरा करने के बाद यह निर्णय लिया गया।
मनमोहन सिंह, जो भारत की आर्थिक उदारीकरण नीति के प्रमुख वास्तुकार थे, का 26 दिसंबर 2024 को निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हुआ था, जब कांग्रेस ने दिल्ली के निगमबोध घाट को उनकी अंतिम विदाई के लिए अनुपयुक्त बताया था। इसके बाद सरकार ने कांग्रेस की मांग को स्वीकार करते हुए राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर उनके स्मारक को मंजूरी दी।
सरकारी मंजूरी और निर्माण प्रक्रिया
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के भूमि एवं विकास कार्यालय के पास इस क्षेत्र की देखरेख की जिम्मेदारी है। स्मारक का निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा किया जाएगा। हालांकि, अंतिम निर्णय के बावजूद, मंत्रालय को दो महीने तक मनमोहन सिंह के परिवार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी, क्योंकि परिवार को स्मारक की प्रकृति को लेकर कुछ चिंताएं थीं।
राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर अन्य स्मारक
राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मारक 2018 में बनाया गया था। इसके अलावा, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, जिनका अगस्त 2020 में निधन हुआ था, के लिए भी यहां स्मारक निर्माण की मंजूरी दी गई है।
गौरतलब है कि 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर नेताओं के लिए सीमित भूमि आवंटन का फैसला लिया गया था। अब उन्हीं के नाम पर इस स्थल पर स्मारक बनाया जाएगा, जो उनके योगदान को याद करने का एक महत्वपूर्ण प्रतीक होगा।